लखनऊ: सीएसआईआर फ्लोरीकल्चर मिशन एवं आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत सीएसआईआर-एनबीआरआई द्वारा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमियों की राष्ट्रीय बैठक का आयोजन किया. कार्यक्रम का आयोजन सयुंक्त रूप से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय एवं सुगंध और स्वाद विकास केंद्र (एफएफडीसी), कन्नौज द्वारा किया गया.
एनबीआरआई में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमियों की राष्ट्रीय बैठक आयोजित
कार्यक्रम का मुख्य उद्द्येश्य सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय की गतिविधियों और विभिन्न योजनाओं के बारे में उद्यमियों को जागरूक करना था. वर्चुअल मोड में हुए कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से सीएसआईआर फ्लोरीकल्चर मिशन के संभावित फ्लोरीकल्चर उद्यमियों और किसान समूहों ने भाग लिया.इस अवसर पर प्रो. एसके बारिक (निदेशक, सीएसआईआर-एनबीआरआई) और सीएसआईआर फ्लोरीकल्चर मिशन के मिशन निदेशक ने फूलों की खेती करने वाले किसानों और उद्यमियों को अपने व्यवसाय को बढ़ाने/शुरू करने के लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया.
निदेशक, एफएफडीसी, कन्नौज और सीएसआईआर फ्लोरीकल्चर मिशन के एक सक्रिय भागीदार डॉ.एसवी शुक्ला, ने किसानों द्वारा उठाए गए विभिन्न मुद्दों को संबोधित किया और विभिन्न मूल्य वर्धित उत्पादों के विकास के लिए प्रौद्योगिकियों का सुझाव दिया.
वर्चुअल मोड से जुड़े सीएसआईआर-आईएचबीटी एवं सीएसआईआर-आईआईआईएम् के निदेशकों ने भी उद्यमी के लिए उपलब्ध विभिन्न एमएसएमई योजनाओं की चर्चा की.
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय की तरफ से डॉ.हरेन्द्र प्रताप, उप-निदेशक (प्रसार) एवं डॉ.हरीश यादव ने किसानो के लिए फ्लोरीकल्चर के लिए उपलब्ध विभिन पोषित योजनाओं के बारे में जानकारी दी जिससे किसान वित्तीय सहायता प्राप्त करने हेतु आवेदन कर सकते हैं.
इस अवसर पर जम्मू और कश्मीर, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों (25 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में से, जहां सीएसआईआर फ्लोरीकल्चर मिशन लागू किया जा रहा है) के उद्यमियों ने एमएसएमई अधिकारियों और मौजूद अन्य विशेषज्ञों के साथ बातचीत की.
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